Saturday, August 30, 2008

अगड़म बगड़म: आलोक पुराणिक (Hindi Satires)

आलोक पुराणिक को भला कौन नहीं जानता। I mean, काफ़ी लोग नहीं भी जानते होंगे, पर फिर भी, मुझे लगता है काफ़ी जानते हैं।

अगर आप आलोक जी को जानते हैं तो सीधे खोलिए alokpuranik.com

लेकिन अगर आप आलोक जी को नहीं जानते हैं, तो पहले इसे पढ़ लीजिये।

जनरल नालेज में एक सवाल यह पूछा जाता है कि अगर कुतुबमीनार किसने बनवायी थी। अब कोई ने बनवायी हो, बन तो ली ना। जनरल नालेज में यूं पूछा जाये कि अगर कुतुबमीनार को बैंक्वेट हाल में बदल दिया जाये, और शादियों के लिए किराये पे दी जाने लगे। या इसे किसी प्राइवेट बिल्डर को दे दिया जाये, तो कितने की कमाई हो सकती है...

यदि आपको यह paragraph पसंद आया तो अब आप alokpuranik.com खोल सकते हैं।

और हाँ, यदि आप आलोक जी को नहीं जानते, तो आपको बता दूँ की ये अक्सर समाचार पत्रों में व्यंग्यकार के रूप में दिखाई देते रहते हैं।

1 comment: